और यही उसके जीवन चरम और परम सार्थकता है। और यही उसके जीवन चरम और परम सार्थकता है।
कैंसर और अकेलेपन की गाँठ... कैंसर और अकेलेपन की गाँठ...
दुःख तो इस बात का था कि लगभग डेढ़ साल के इस अंतराल में धीरा ने कभी भी ये बातें उसे नहीं दुःख तो इस बात का था कि लगभग डेढ़ साल के इस अंतराल में धीरा ने कभी भी ये बातें उस...
वो आशीष के ऊपर मन ही मन बहुत गुस्सा करते है वो आशीष के ऊपर मन ही मन बहुत गुस्सा करते है
आँखें बद कर माँ को श्रद्धांजलि अर्पित की, उसकी आँखें आँसुओं से भर गईं। आँखें बद कर माँ को श्रद्धांजलि अर्पित की, उसकी आँखें आँसुओं से भर गईं।
सभी लोग मानी जलपरी के मंदिर आकर उनसे प्रार्थना कर अपनी मन्नत पूरी पाते व खुश होते। सभी लोग मानी जलपरी के मंदिर आकर उनसे प्रार्थना कर अपनी मन्नत पूरी पाते व खुश होत...